startup – मशीन – कम पैसे में कौनसा छोटा बिजिनेस कैसे शुरू करे ?
startup – छोटी मशीन खरीदकर ज्यादा मुनाफा कैसे बनाये
25/10/2021,
startup – Shuttlecock manufacturing machine

startup – Shuttlecock manufacturing machine
शटलकॉक बनाने के लिए कंपनी सबसे पहले भारी मात्रा में हंस के पंख को खरीदती थी और फिर इन पंख को सेम साइज में करने के लिए इन सभी पंख को एक एक करके इन्हें मशीन में लगा देती थी। यह मशीन सभी पंख को कटिंग करके एक समान साइज में कर देती थी। इसके बाद कंपनी शटलकॉक की नीचे गड्डी बनाती थी और इस गति में एक मशीन छेद करती रहती ही वहीं दूसरी मशीन गति के इस छेद में हंस के पंखों को लगाती रहती थी। इसके बाद सभी शटलकॉक को दूसरी मशीन अपने अंदर सेट कर कि घुमाते हुए सभी पंखों को और गति को नीचे गम से चिपका देती थी ताकि पंख गड्डी में मजबूती से चिपक सकें। इसके बाद सभी शटलकॉक को एक एक कर की सिलाई कर दी जाती थी। इसके बाद सबसे लास्ट में शटलकॉक को तैयार करने के बाद शटलकॉक को मशीन में डालकर इसका बैलेंस चेक किया जाता ही | इसे डब्बे में भरकर मार्किट में भेज दिया जाता है।
startup – Steal ball manufacturing machine

startup – Steal ball manufacturing machine
स्टील की बड़ी बड़ी बॉल बनाने के लिए सबसे पहले फर्नेस में लोहे की मोटी रॉड को रेड हॉट गन किया जाता है। फिर आगे लगी कटर इस रोड को छोटे छोटे पीस में काट दिए जाते हैं। यह कटर घूमते हुए रोड को काटते हैं जिस वजह से कटे हुए पीसेस घूमते हुए राउंड शेप में आ जाते हैं। फिर इन स्टील बॉल को कन्वेयर बेल्ट के जरिए आगे भेजा जाता है। यहां इन बॉल्स को ठंडे पानी में डुबोया जाता ही और भी फाइनली ये स्टील बोल्ट तैयार हो जाती हैं। स्पोर्ट्स शूज मेकिंग प्रोसेस दोस्त स्पोर्ट शूज बनाने के लिए कंपनी द्वारा सबसे पहले शूज के ऊपर का जो कपड़े का कवर होता है उसे सिलाई मशीन से सीकर बनाया जाता है और साथ ही उसके ऊपर जो डिजाइन करना होता है वह भी सीख दिया जाता ही या चिपका दिया जाता ही। उसके बाद शूज के ऊपर की कपड़े की कवर को कंपनी बने हुए सोल के ऊपर रखकर मशीन की मदद से प्रेस करके चिपका देती थी और उसके बाद सबसे लास्ट में शूज में फीता डाल कर आपका शूज पूरी तरह से तैयार कर दिया जाता है।
startup – marble manufacturing machine

startup – marble manufacturing machine
मार्बल्स कांच की छोटी छोटी गोलियों को बोलते हैं जिन्हें हम कंचे भी कहते हैं। इन कंचे को बनाने के लिए सबसे पहले व्यक्ति पुरानी कांच को खरीदकर उसे मशीन में डाल कर चूरा बना लेती है। कांच का चूरा बनाने के बाद कांच को बड़े बड़े रियेक्टर में उबाल कर पिघलाया जाता है। कांच के पिघलने के बाद कांच के लिक्विड को मशीन छोटी छोटी बूंद के रूप में टपका दिए और यमदूत घूमते हुए रोलर के ऊपर गिरकर गोल शेप में आ जाती है। गोल शेप में आने के बाद ये रोलर पर से लुढ़क कर ठंडी हो कर कांच की गोली का पूरा रूप लेकर तैयार हो जाती हे। इन्हीं कांच की गोलियों को हम मार्बल्स या कंचे बोलते हैं।
startup – Leather ball manufacturing machine

startup – Leather ball manufacturing machine
लेदर की बॉल बनाने के लिए सबसे पहले लेदर की बड़ी शीट से लेदर की छोटी छोटी टुकडे काट लिए जाते हैं। इसके बाद इन टुकड़ों को सिलाई करके सिया जाता ही और लेदर के टुकड़ों को सीखने के बाद इसी मशीन में रखकर गोल कर लिया जाता है। फिर इस टुकड़े को रंगा जाता ही रखने के बाद इस टुकड़े की खराब साइड को मशीन से काट दिया जाता है कि जिससे लेदर की गेंद की ऊपर की गोल टुकड़े तैयार हो जाते हैं और फिर इन टुकड़ों की मशीन से सिलाई की जाती है। इसके बाद लेदर की दोनों साइड के टुकड़ों को एक फ्रेम में रखकर इसमें गम डाल कर इनके अंदर गोल पत्थर नुमा गेंद डालकर इस फ्रेम को बंद कर देते हैं। इससे लेदर की दोनों टुकड़ी गोल पत्थर की गेंदों पर अच्छे से चिपक जाती हैं और फिर सबसे लास्ट में लेदर की गेंद को बीच से सी दिया जाता है। इसके बाद गेंद की सिलाई पर प्रेशर डालकर गेंद को बिल्कुल गोल कर दिया जाता है और सबसे लास्ट में कंपनी इन गेंदों पर अपनी मोहर लगाकर इसे मार्केट में सप्लाई कर देती है।
startup – Tennis Ball manufacturing machine

startup – Tennis ball manufacturing machine
ये मशीन जो आप देख रहे हैं यह बड़ी ही कमाल की मशीन है। टेनिस बॉल बनाने के लिए सबसे पहले इस मशीन में रबर का मेटेरियल डाल दिया जाता है जिससे वे मटीरियल एक पेस्ट की तरह बन जाता है और फिर इस पेस्ट को छोटे छोटे टुकड़ों में काट दिया जाता ही और फिर इन टुकड़ों को आधी बॉल की फ्रेम में डाल दिया जाता ही और फिर इन टुकड़ों पर प्रेशर डालकर रबड़ की आधी गेंद का टुकड़ा तैयार कर लिया जाता है। बाद में इन टुकड़ों पर पॉलिश करके इनकी एजिस यानी किनारों को सीधा कर लिया जाता है और फिर बाद में रबर की दो टुकड़ों पर हाइड्रोलिक प्रेशर डालकर गम की मदद से चिपका दिया जाता हे और लास्ट में इन रबड़ की गेंदों पर ग्रीन और वाइट कपड़े की कोटिंग की जाती हे। ऐसे आपकी टेनिस की गेंद तैयार हो जाती ही लास्ट में इन गेंदों को डब्बे में पैक करके मार्किट में भेज दिया जाता है।
startup – Toothbrush manufacturing machine

startup – Toothbrush manufacturing machine
टूथ ब्रश बनाने के लिए सबसे पहले कंपनी प्लास्टिक मटेरियल को मशीन में डाल कर प्लास्टिक का ब्रुश फ्रेम बनाती ही ब्रुश की फ्रेम बनने के बाद कंपनी मशीन के जरिए टूथ ब्रश में उसकी प्लास्टिक के बाल ब्रश होल में बड़ी ही तेजी से लगाती हे। यह मशीन बड़ी ही सफाई के साथ और बड़ी ही तेजी के साथ एक एक प्लास्टिक का बाल ब्रुश में लगाती जाती हे और टूथ ब्रश में ब्रुश हेयर फिक्स होने के बाद आपका टूथ ब्रश पूरी तरह तैयार हो जाता है।
startup – Soap manufacturing machine
नहाने का साबुन बनाने के लिए सबसे पहले ग्लिसरीन फैटी एसिड जैसे इंग्रीडिएंट्स को एक साथ मिलाकर इनका एक बारीक पाउडर बना लेते हैं। उसके बाद इस पाउडर को मशीन में डाल देते हैं। फिर बाकी का साबुन बनाने का सारा काम यह मशीन खुद करती ही ये मशीन नहाने का साबुन ऑटोमेटिकली तैयार कच्चे माल के हिसाब से बनाती चली जाती हे
startup – Fresh Wending manufacturing machine
फूले सियानी जूते का फीता एक ऎसी चीज थी जो हर जूते में या लोवर में भी इस्तेमाल किया जाता ही इन फीते के बिना जूते का तो कोई काम ही नहीं ही ये दिखने में तो बहुत सिंपल सा लगता है लेकिन इसे बनाना बहुत मुश्किल काम ही जो ये मशीन बड़ी आसानी से पूरा कर लेती है। इस मशीन में बहुत सारी रीले लगी होती हैं जो इस तरीके से मूव करती हैं कि फीता ऑटोमेटिक अपने आप बनना शुरू हो जाता है।
startup – Lpg Cylinder manufacturing machine

startup – Lpg Cylinder manufacturing machine
यह मशीन सिलेंडर बनाने का काम करती ही सिलेंडर बनाने के लिए सबसे पहले लोहे की एक चादर को काटकर उसे मशीन द्वारा आदि गोल कैप्सूल की शेप दे दी जाती है। इसके बाद केपटाउन के दो हिस्सों को मिलाकर बीच से वेल्ड किया जाता है। इसके बाद सिलेंडर के नीचे फुटप्रिंट लगाया जाता है। जिस सिलेंडर जमीन पर खड़ा हो सके उसके बाद सिलेंडर का ऊपरी हिस्सा बनाया जाता ही जिसमें उसका नोजल और ऊपर का गार्ड भी लगता है। जो छोटे मेटल प्लेट्स को काटकर उन्हें शेप देकर बनाया जाता है फिर उसे भी सिलेंडर पर वेल्ड कर दिया जाता है और फिर उसे कलर किया जाता हे जिसके बाद आपका सिलेंडर पूरी तरह से तैयार हो जाता है।
startup – Cosmetic manufacturing machine

startup – Cosmetic manufacturing machine
सबसे पहले मशीन में वे खास मेटल की क्रिस्टल डाली जाती थीं जिनसे कोटिंग बनानी होती है जिसे यह मशीन पिघलाकर एक लंबी और मोटी मेटल प्लेट की पट्टी बनाती है जिसके बाद ये मशीन इस प्लेट से गोल्ड कॉइन कसाई काटती चली जाती है। इन कॉइन की क्वालिटी चेक करके इनपर पॉलिश की जाती है। उसके बाद इन कोनों पर जो इंडियन पीस की मोहर छापनी होती हे वह यह मशीन अपने हाइड्रोलिक प्रेशर से छापती चली जाती है। इस तरह आप रुपी कॉइन पूरी तरह तैयार हो जाते हैं
startup – Mach sticks manufacturing machine

startup – Mach sticks manufacturing machine
माचिस की तीली बनाने के लिए सबसे पहले पेड़ की कटी हुई छोटी सी पीस को मशीन पर लगाकर उसकी पतली पतली परत उतार ली जाती थी। फिर लकड़ी की इस पतली सी परत के टुकड़ों को दिल्ली के छोटी छोटी साइज में काटकर माचिस की तीली बना ली जाती है। इसके बाद मसाले का एक पेस्ट बना कर सांचे में लगी हजारों तीली को मसाले के पेस्ट में डुबो दिया जाता ही। और भी इन तीनों को सुखाकर माचिस की डिब्बी में भरकर। मार्किट में भेज दिया जाता हे
startup – Glass Bottle manufacturing machine

startup – Glass Bottle manufacturing machine
ग्लास बोतल बनाने के लिए ग्लास के रॉ मटेरियल को सबसे पहले एक फर्नेस में गर्म करके पिघलाया जाता हे। जब ग्लास का मटेरियल पूरी तरह से पिघल जाता है तो उसे मशीनों के द्वारा छोटे छोटे अमाउंट में गिराया जाता है। फिर नीचे लगा एक हाईड्रोलिक आर इन्हे अलग अलग जगह बाँट देता है। फिर इस मटेरियल से बोतल बनाने का काम स्टार्ट होता है। इस मटेरियल को अलग अलग फ्रेम से गुजारा जाता ही इस लम्बी प्रोसेस से गुजरने के बाद फाइनली आखिर में आपकी बॉटल तैयार हो जाती हे और भी इनकी टेस्टिंग के बाद इन्हें आगे भेज दिया जाता ही है
startup – Candle manufacturing machine

startup – Candle manufacturing machine
200 कैंडल या मोमबत्ती बनाने के लिए केंडल मशीन में पहले से पिघले हुए मोम को डाल देते हैं जिसे पिघला हुआ मोम मशीन के खांचों में भर जाता हे जो हाजी सेम केंडल के आकार के ही होते हैं। इस मोम को खांचे में सूखने के बाद मशीन का एक बटन दबा कर सारे कैंडल को खांचे से बाहर निकाल लिया जाता है। बाद में इस कैंडल के अंदर धागा डाल कर आपकी कैंडल तैयार हो जाती है।
startup – Tyre manufacturing machine

startup – Tyre manufacturing machine
दूसरी मशीन बड़े मोटी और हैवी टायर बनाने का काम करती ही सबसे पहले इस मशीन में रबड़ और केमिकल की चीजों को अच्छे से मिक्स किया जाता है। उसके बाद उस रबर को रोलर पर चढ़ाकर रबर को मोड़कर टायर की शेप में मोड़ा जाता है। उसके बाद उस ट्यूब रबड़ पर एक मोटी रबर की परत या लेयर भी चढ़ाई जाती हे। फिर सबसे आखिर में उसे एक बड़े मोल्ड पर रखा जाता है और उसे जोर से दबा कर प्रेस कर दिया जाता है जिससे आपके बड़े वाहन का टायर पूरी तरह तैयार हो जाता है।
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